Pregnancy symptoms in Hindi | प्रेग्नेंट होने के लक्षण इन हिंदी

इस लेख में हमने कुछ ऐसे प्रेग्नेंट होने के लक्षण ( Pregnancy symptoms in Hindi ) बताए है जिनसे आप प्रेग्नेंट होने का अनुमान लगा सकती है। अक्सर आपने और हमने यह महसूस किया है जब किसी महिला को उल्टी, चक्कर और खट्टे खाने का मन करता है तो ये हम अनुमान लगा लेते है कि कही वो प्रेग्नेंट तो नही है। पहले के समय इसी लक्षण को देखकर अनुमान लगाया जाता था। लेकिन आज के समय बहुत से तरीके है जिनकी मदद से महिलाएं प्रेग्नेंसी टेस्ट कर सकती है। हर महिला चाहती है कि वो भी प्रेग्नेंट हो लेकिन उचित समय पर।

प्रेगनेंसी कितने दिन में पता चलता है या प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण क्या होते हैं? ऐसे कई सवाल महिलाओं के होते है जिसका जवाब आज हम आपको एक-एक करके बारीकी से इस लेख में देंगे। पीरियड्स मिस होना प्रेग्नेंट होने के शुरुआती लक्षण होते है जिनको देखकर अधिक्तर महिलाएं पता लगा लेती है कि उनका गर्भ ठहर गया है। वही ऐसी भी बहुत महिला होती है जिनको पीरियड्स से जुडी प्रेग्नेंट होने का कोई जानकारी नही होती है।

pregnancy symptoms in hindi

संबंद बनाने के तुरंत या कुछ समय बाद ही इसका पता नही चलता है। कुछ महिलाओं का ये सोचना है कि संबंद बनाने के तुरन्त बाद ही प्रेगनेंसी हो जाती है लेकिन ऐसा नही है जब गर्भधारण होता है तो 6 से 7 दिन लग जाते है प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण दिखने में और तब महिलाएं अनुमान लगाने लगती है कि कही वो प्रेग्नेंट तो नही है पीरियड्स का रुकना, या उल्टी आने के सिवा प्रेग्नेंट होने के और भी लक्षण होते है जिसकी मदद से प्रेग्नेंसी पता कर सकती है।

प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण क्या होते हैं

ज्यादात्तर लोग प्रेग्नेंसी के लक्षण उल्टी और खट्टे खाने को देखकर पहचानते है। या फिर पीरियड रुक जाने को प्रेग्नेंसी समझ लेते है पर ऐसा नही है आपको बता दे की प्रेग्नेंसी के ये सही संकेत नही है। ये निम्नलिखित कुछ ऐसे Pregnancy symptoms in Hindi है जिनसे आप प्रेग्नेंट होने का अनुमान लगा सकती है।

पीरियड्स मिस होना जी मिचलाना चक्कर आना ब्रेस्ट का भारी होना निप्पल का कलर बदलना बार-बार टॉयलेट जाना टेम्प्रेचर बदलना सिर दर्द होना स्वाद में बदलाव कब्ज होना खाने से बदबू आना थकान होना पेट में दर्द

अगर आपका हमेशा पीरियड सही समय पर नही होता है तो इसमें परेशान होने की जरूरत नही है किसी चिकित्सक से परामर्श ले इस तरह का पीरियड आने का क्या कारण है।

प्रेग्नेंसी के शुरुआती लक्षण पीरियड का मिस होना होता है। लेकिन तब जब आपका पीरियड सही समय पर होता है, और अगले दिन वो समय पुरा होने के बाद भी नही होता है तो ये प्रेग्नेंसी के संकेत है।

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Pregnancy ke lakshan in Hindi – प्रेग्नेंट होने के लक्षण

अब बात आती है कि सही प्रेग्नेंट होने के लक्षण क्या है। प्रेगनेंसी कितने दिन में पता चलता है कि मैं प्रेग्नेंट हूं। प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण क्या होते हैं?, प्रेगनेंसी में पेट कब निकलता है?, पीरियड मिस होने के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी टेस्ट करे? आपके इन सवालों का जवाब देने वाला हूँ तो चलिए जानते है Pregnancy symptoms in Hindi.

पीरियड्स मिस होना

यदि आप कंसीव करने की कोशिश कर रही हैं और उस समय आपका पीरियड्स नहीं आता है तो इसका मतलब ये नहीं आप सच में प्रेग्नेंट हो गयी है। प्रेग्नेंट होने के लक्षण मेडिकल साइंस में पीरियड्स का रुक जाना है।

अगर आपके पीरियड्स आपके अपेक्षित समय पर आता है तब यह प्रेगनेंसी के लक्षण नहीं है और जब पीरियड्स आपके टाइम के मुताबिक रुक जाता है तब आप प्रेग्नेंट हो सकती है ऐसे में आपको प्रेगनेंसी टेस्ट के मदद से घर भी चेक कर सकती है।

जी मिचलाना और चक्कर आना

जो महिलाएं जी मिचलाना और चक्कर आने की समस्या को प्रेगनेंसी होने के लक्षण समझती है। तो ये जरुरी नहीं आप प्रेग्नेंट हो ऐसा शरीर में हामोंस के बदलाब के कारण होता है। हलाकि गर्भधारण के बाद ये समस्याये आती है जब कोई महिलाएं गर्भधारण करती है। उसके शरीर में कई तरह की हार्मोन श्रावित होने लगता है जिससे यह समस्या उत्पन होता है।

ब्रेस्ट का भारी होना

Pregnancy symptoms in Hindi प्रेगनेंसी में ब्रेस्ट भारी हो जाता है या सुजन आ जाता है। ऐसा इसीलिए जब शरीर में हार्मोन का लेवल बढ़ता है प्रेगनेंसी के दौंरान ब्रेस्ट में दर्द और सूजना आम बात है इसके अलावा आपके निप्पल भी बड़े दिखने लगते है। ज्यादात्तर मामलों में जब ब्रेस्ट की यह समस्या होती है तो ये कंसीव हो जाता है कि आप प्रेग्नेंट हो गयी है।

निप्पल का कलर बदलना

कुछ महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान अपने निप्पल पर ध्यान नहीं देती है, जिससे प्रेग्नेंट होने के लक्षण उन्हें पता नहीं चलता है। अगर आपके ब्रेस्ट के निप्पल का कलर बदल रहा है तो आपने प्रेगनेंसी कंसीव कर लिया है। निप्पल का ऐसा इसीलिए होता है की प्रेगनेंसी के दौरान जब हार्मोन शरीर में बदलता है।

तब मेलानोसाईट प्रभावित होते है और जब ये प्रभावित होते है तब निप्पल के कलर बदलने लगता है। इसीलिए प्रेगनेंसी के दौरान निप्पल का कलर गहरा रंग का हो जाता है।

बार-बार टॉयलेट जाना

एक लक्षण ये भी है की जब महिलाएं प्रेग्नेंट होती है तो वो बार-बार टॉयलेट जाती है महिलाएं जैसे ही प्रेग्नेंट होती है उनका शरीर ब्लड सर्कुलेसन को तेज कर देता है। ऐसा इसीलिए होता है की गर्भावस्था तक ब्लड को पहुचायाँ जा सके। ब्लड का सर्कुलेसन बढ़ने की वजह से किडनी को बहुत ज्यादा फ़िल्टर करना पड़ता है। जिससे बॉडी में टॉयलेट तैयार होती है और आपको बार बार टॉयलेट जाना पड़ता है।

शरीर का टेम्प्रेचर बदलना

प्रेग्नेंट होने के बाद शरीर का टेम्प्रेचर बढ़ना भी एक लक्षण है जब महिलाएं प्रेग्नेंट होती है तो उनका नार्मल से अचानक टेम्प्रेचर अधिक हो जाता है ऐसा 10 से 15 दिन तक हो सकता है अगर आपने ये नोटिस किया है तो आप प्रेग्नेंट हो गयी है।

सिर दर्द होना

हमने आपको पहले ही बताया की प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में ब्लड सर्कुलेसन तेज हो जाता है। ब्लड बढ़ने की वजह से सिर में दर्द होना शुरू हो जाता है। सिर दर्द प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण है ये समस्या बाद में धीरे-धीरे ठीक हो जाती है।

स्वाद में बदलाव

आप जैसे ही प्रेग्नेंट होती है खाने पीने को लेकर आपका मन एकदम से बदल जाता है जो चीज से पहले नहीं पसंद था वो अब वो ज्यादा खाने लगती है, जो पसंद था अब उसे अवॉयड करती है महिलाओं में प्रेगनेंसी के दौरान खाने पीने को लेकर बहोत ज्यादा बदलाव हो जाता है। अगर ऐसा रेगुलर होता है तो ये प्रेग्नेंट होने के लक्षण है। तब आपको चिकित्सक से टेस्ट जरुर करना चाहिए।

कब्ज होना

प्रेगनेंसी के दौरान हार्मोन बदलते है जिसके वजह से पाचन ठीक से काम नहीं कर पाता है। और खाने पीने की चीजों को परेशानी होती है जिसके कारण पेट में कब्ज बनना शुरू हो जाता है। ये जरुरी भी नहीं की प्रेगनेंसी में ही कब्ज जैसी समस्या होता है। कब्ज होने के और भी कारण होते है।

खाने से बदबू आना

Pregnancy symptoms in Hindi के दौरान अक्सर महिलाओं को कुछ खाने की गंध बर्दास नहीं होता है। प्रेग्नेंट होने के 3 महीने तक चलता है खाने के गंध से उल्टी जी मिचलाना ये सभी महिलाओं में होता है। हालाकि सभी खाने से गंध नहीं आता है अगर सभी खाने से आपको आता है। तो ये प्रेगनेंसी के लक्षण नहीं है।

थकान होना

प्रेग्नेंट होने के लक्षण में थकान भी होती है। जब प्रेग्नेंट महिला होती है तो पूरा शरीर हर वक़्त थकान और आलस महसूस करता है। ये प्रोजेस्टोंन हार्मोन के बढ़ने की वजह से महसूस कर सकती है।

पेट में दर्द

जब भी अंडा स्पर्म के साथ मिलकर अंडाशय में ठहरता है तो उस टाइम पेट में दर्द होता है। प्रेगनेंसी के लक्षण प्रोजेस्टोंन के हार्मोन बढ़ने के कारण ही होते है। संबंद बनाने के बाद 7 से 10 दिन तक पेट में दर्द हो सकता है। पीरियड्स आने के पहले ही पेट के नीचे दर्द होता है इस दौरान प्रेगनेंसी हो सकती है।

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प्रेगनेंसी कितने दिन में पता चलता है

प्रेग्नेंट होने के लक्षण ( Pregnancy ke lakshan in Hindi ) जानने के बाद अब बात करते हैं कि प्रेगनेंसी कितने दिन में पता चलता है। प्रेगनेंसी का पता 1 सप्ताह के बाद ही पता चल सकता है इससे पहले प्रेगनेंसी किट के द्वारा करने से ठीक से पता नहीं चलता है जब आप संबंद बनाते है।प्रेग्नेंसी टेस्ट आपको 10 दिन बाद ही चेक करने पर सही से बतायेगा तभी आप सही में पता कर पायेगी कि प्रेग्नेंट है कि नही है।

उलुसन पीरियड्स के टाइम अंडाशय ओवी से निकलता है थैलीटियून टियूब में 2 दिन तक स्पर्म का इन्तजार करता है इस दौरान स्पर्म मिल जाने के कारण फर्टिलाइजेशन हो जाता है। जिसे गर्भधारण कहते है इस दौरान प्रेग्नेंसी टेस्ट करने से साफ पता चल जाता है की आप प्रेग्नेंट है इसी के बाद शरीर में कई तरह के बदलाव होने लगता है जिसे देखकर ये अनुमान होता है की आप प्रेग्नेंट हो गयी है अथवा प्रेग्नेंट के लक्षण है।

पीरियड मिस होने के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी टेस्ट करे

पीरियड मिस होने के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी टेस्ट करे

जिन महिलाओं का सवाल रहता है की पीरियड मिस होने के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी टेस्ट करे, उन्हें डॉक्टर द्वारा पीरियड्स के 10 दिन मिस होने के बाद टेस्ट करने कि सलाह दी जाती है। ये जरुरी नहीं आप 10 दिन बाद ही प्रेगनेंसी टेस्ट करे आप पहले भी कर सकती है, लेकिन HCG हार्मोन्स की मात्रा ज्यादा नहीं होती है जिससे आप सही में प्रेगनेंसी टेस्ट कर पाये। 10 दिन बाद प्रेगनेंसी टेस्ट करने से अच्छे से पता चल जाता है कि आप प्रेग्नेंट है की नहीं है।

पीरियड्स मिस होने के कितने दिन बाद उल्टी लगती है

ये बहोत महिलाओं का सवाल होता है की पीरियड के मिस होने के बाद उल्टी कब होती है। लेकिन ये जरुरी नहीं आपका पीरियड्स मिस हो और आप प्रेग्नेंट हो, तब आपको उलटी या जी मिचलाना जैसी समस्या होती है। आमतौर पर ऐसा होता है लेकिन ये सबके साथ नहीं होता है ये जरुरी नहीं है। क्योकि प्रेग्नन्सी को लेकर सबके शरीर अलग होते है। एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन्स के बढ़ने के कारण उल्टी होती है।

कुछ लोग का सवाल है कि प्रेग्नेंट के बाद सुबह में उल्टी होती है लेकिन ये जरुरी नहीं है उल्टी आपको किसी भी वक़्त हो सकती है गर्भधारण के 1 महीने बाद उल्टी आती है इससे पहले भी आ सकता है। उलटी आने का कोई फिक्स टाइम नहीं है क्योकि प्रेग्नेंट होने के बाद हर किसी को ठीक समय पर उल्टी आये ये जरुरी नहीं है। उल्टी को मोर्निग सिकनेस भी कहते है लेकिन यह सही नहीं है उल्टी आना और जी मचलना कभी हो सकता है। लेकिन यह एक Pregnancy symptoms in Hindi है जिससे हम अंदाजा लगाते है कि औरत प्रेग्नेंट है या नही।

प्रेगनेंसी में पेट कब निकलता है

बहुत सी महिलाओं का ये सवाल होता है की प्रेग्नेसी में पेट कब निकलता है। क्योकि जब महिलाएँ कंसीव करती है तो उन्हें पेट नजर नहीं आता है ऐसे में वो कंफ्यूज होती है कि पेट कब निकलेगा। महिलाएं प्रेग्नेंट होने के बाद अपने पेट के निकलने को लेकर काफी उत्सुक रहती है, वो यही जानना चाहती है कि प्रेगनेंसी में पेट कब निकलता है। कुछ महिलाएं प्रेगनेंसी के कुछ सप्ताह बाद ही पेट निकलने का सोचती है।

पेट का निकलना गर्भाशय में बच्चे के ऊपर निर्भर करता है आमतौर पर प्रेग्नेंट होने के 4 सप्ताह बाद थोडा सा पेट निकलना शुरू हो जाता है इस समय पेट इतना कम निकला होता है कि ध्यान से देखा जाये तो भी ये पता नहीं चलता है। इसके कुछ दिन बीतने पर धीरे-धीरे पेट निकला शुरू हो जाता है। क्योकि बच्चा बड़ा होता है उसके साथ बच्चेदानी भी बड़ी होती है और तब पूरी तरह पेट निकल जाता है।

प्रेगनेंसी रोकने के लिए टेबलेट का नाम

अंजाने में आप कुछ ऐसी गलती कर देती है जिससे गर्भधारण हो जाता है। और तब प्रेगनेंसी रोकने के लिए टेबलेट, दवा और गोली खोजने लगती है। बिना सावधानी के संबंद बनाने पर प्रेग्नेंट होने की समस्या कई गुना बढ़ जाता है। जिसके कारण महिलाओं को प्रेगनेंसी रोकने के लिए टेबलेट की जरूरत पड़ती है।

अगर आपको यह ठीक से नहीं पता की कौन सी दवा खाने से बिना कोई साइड इफ़ेक्ट के गर्भपात होता है। या मेडिकल टर्मिनेशन की जरूरत न पड़े, क्योकि बिना सहमति के प्रेग्नेंट होना टेंशन की बात हो जाती है ऐसे में प्रेग्नेंसी रोकने के रोकने के लिए टेबलेट की जरूरत पड़ता है प्रेग्नेंसी रोकने की टेबलेट मार्केट मे बहोत सी उपलब्ध है लेकिन आप सबसे ज्यादा प्रयोग कि जाने वाली एमटीपी ( MTP ) टेबलेट प्रेगनेंसी रोकने के लिए खा सकती है।

निष्कर्ष

हमने इस लेख में Pregnancy symptoms in Hindi क्या होते है वो आपको बताया है, सही जानकारी और अपने एक्सपीरियन्स से आप आसानी से प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण पहचान सकती है। प्रेग्नेंट होने के लक्षण कोई पूरी तरह सही नही होते है इसीलिए थोड़ा सयम रखे। अगर कोई आसार नजर आता है तो एक बार चिकित्सक से चेक जरूर कराये।

प्रेग्नेंट होने के लक्षण और इसके सभी पहलुओ को इस आर्टिकल में हमने आपको बताया है ताकि आपको प्रेग्नेंसी से जुड़े आपके सारे डाउट क्लीयर हो जाये। अगर अभी भी आपके कोई सवाल हो तो कॉमेंट करके हमसे पूछ सकते है हम आपको जल्द से जल्द जरूर जवाब देंगे। और पोस्ट पसंद आने पर शेयर करना न भूले।

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